तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है। इसी क्रम में सोमवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पश्चिमी इलाके में 36 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है, जिनमें 17 बच्चे शामिल हैं। सभी आरोपी अवैध रूप से रह रहे थे और उनके पास वैध यात्रा दस्तावेज या वीजा नहीं था।
इन पर कार्रवाई को लेकर दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस रिलीज जारी की। पुलिस के मुताबिक, छापेमारी के दौरान अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के पास से 7 स्मार्टफोन जब्त किए गए, जिनमें प्रतिबंधित ऐप इंस्टॉल था। 13 लोगों के पास बांग्लादेश का राष्ट्रीय पहचान पत्र मिला।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि कई दिनों की मैनुअल और तकनीकी निगरानी के बाद 13 जून को वजीरपुर इलाके में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक की जानकारी मिली थी। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए टीम ने इलाके की घेराबंदी की और बड़े स्तर पर अभियान चलाया। गहन तलाशी अभियान के दौरान लगभग 25 फुटपाथ और 32 गलियों की जांच की गई।
ऑपरेशन के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने भारत में अवैध रूप से रहने की बात स्वीकार की और खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताया। उसके खुलासे के आधार पर अन्य सदस्यों की पहचान की गई और उन्हें पुलिस ने पकड़ा।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ”गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ की गई। उन्होंने खुलासा किया कि वो पहले हरियाणा के मेवात में एक ईंट भट्टे पर काम करते थे। वहां हरियाणा पुलिस की ओर से पकड़े जाने के डर से भाग गए। उस समय से सभी लगातार अपना स्थान बदल रहे थे और स्थानीय आबादी में घुलने-मिलने की कोशिश कर रहे थे। इन लोगों ने किराए पर मकान लेने की भी कोशिश की थी। फिलहाल अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।”
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