तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। 18 दिसंबर को बिहार में होने वाले पहले चरण के नगर निकाय चुनाव को पारदर्शी और शांतिपूर्ण माहौल में कराने के लिए भारत नेपाल सीमा सील कर दिया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने 12 दिसंबर को एक पत्र जारी कर भारत-नेपाल सीमा पर तैनात विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों से अनुरोध किया था कि बॉर्डर को सील किया जाए। लेकिन बॉर्डर सील की जानकारी स्थानीय स्तर पर लोगों को नहीं हो पाई। जिस कारण भारत और नेपाल के काफी लोग दिनचर्या की तरह बॉर्डर पार करके एक दूसरे देश में आ गए थे, उनमें से किसी को बॉर्डर सील की खबर नहीं थी, और अचानक बॉर्डर सील होने से सभी फंस गए हैं। मामले की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी ने विंडों पीरियड देने की बात कही है। जिससे लोगों को राहत मिलेगी. नगर निकाय चुनाव को लेकर भारत-नेपाल सीमा सील होने के बारे में जानकारी देते हुए डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि जिला के नगर निकायों में होने वाले चुनाव को स्वच्छ और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदान तिथि के 72 घंटे पहले सीमा सील करने के लिए कहा गया है। ताकि असामाजिक तत्व मतदान प्रक्रिया को प्रभावित नहीं कर सकें।
विदित हो कि पूर्वी चंपारण जिला में दो चरणों में निकाय चुनाव होगा. रक्सौल, चकिया और सुगौली नगर निकाय में 18 दिसंबर को मतदान होगा. मोतिहारी नगर निगम और अरेराज नगर पंचायत में 28 दिसंबर को मतदान होगा. आगामी 18 दिसंबर को होने वाले मतदान को लेकर भारत नेपाल सीमा को 72 घंटे पहले सील कर दिया गया है। अब फंसे हुए लोगों के लिए विंडो पीरियड देने की बात डीएम ने कही है