Sunday, September 22, 2024

डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी की निगरानी जीपीएस द्वारा की जाएगी। 12 जिलों में GPS से की जाएगी निगरानी

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जब से सरकार में आए हैं और उन्होंने उप मुख्यमंत्री का पद संभाला है, तब से स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर है और तेजस्वी यादव बड़ी खूबी के साथ स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। कभी पटना के पीएमसीएच या अन्य सरकारी अस्पतालों में देर रात पहुंचकर निरीक्षण कर रहे हैं, कभी स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी करते दिख रहे हैं और उन्हें दिशा निर्देश दे रहे हैं, कुल मिलाकर देखा जाए तो तेजस्वी यादव पूरी चुस्ती के साथ स्वास्थ्य विभाग को चुस्त-दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग को लेकर उनके निर्देश पर एक बड़ा फैसला सामने आया है।

स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी को लेकर एक पूरी तरह सख्त नजर आ रही है। बिहार के 12 जिलों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी की निगरानी जीपीएस द्वारा की जाएगी। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के मोबाइल में लगा जीपीएस उनके लोकेशन की जानकारी देगी। स्वास्थ्य विभाग जीपीएस के जरिए यह जानकारी इकट्ठा करेगा कि सुबह से लेकर रात तक जिन डॉक्टरों की ड्यूटी एक निर्धारित वार्ड में लगी है वह कितने बजे अस्पताल आते हैं और कितने बजे जाते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को यह निर्देश दिया है कि, वह कितने बजे हस्पताल आते हैं और कितने बजे आते इसकी जानकारी उनको सुबह आते टाइम सेल्फी खींच कर और वापस जाते चाइनीस अल्वी खींचकर देनी होगी।

इसको लेकर स्वास्थ विभाग एक ऐप तैयार किया है इस ऐप में उन्हें अपनी सेल्फी अपलोड करना होगा। इतना ही नहीं सेल्फी लेकर ऐप पर फोटो डालते समय उन्हें टाइम भी दर्ज करना होगा। इसके साथ ही साथ उन्हें अपने मोबाइल का जीपीएस ऑन रखना होगा ताकि स्वास्थ विभाग को यह मालूम लगे कि वह कितने बजे से कितने बजे तक अस्पताल परिसर में रहे हैं।

स्वास्थ विभाग ने जिन जिलों के नर्स और डॉक्टरों को यह आदेश दिया है। उसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पटना, समस्तीपुर, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान, वैशाली का नाम शामिल है। हालांकि, इन जिलों में सभी डॉक्टरों को यह आदेश नहीं दिया गया है। बल्कि, केवल उन डॉक्टरों को यह आदेश दिया गया है जो एइएस वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं।

आपको बताते चलें कि स्वास्थ विभाग को लगातार या जानकारी मिल रही थी कि नर्स और डॉक्टर समय पर ड्यूटी से नहीं आते हैं या फिर कभी – कभी तो आते ही नहीं हैं। जिसके बाद अब स्वास्थ विभाग ने यह नया तरकीब निकाला है जिसके जरिए अब जीपीएस से उनकी टाइम टेबल को लॉकेट किया जाएगा।

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