Monday, September 23, 2024

नैशनल हेराल्ड केस: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के समझ पेश हुईं सोनिया गांधी

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को यहां स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं।

गांधी (75) ‘जेड प्लस’ सुरक्षा घेरे के बीच दोपहर के समय मध्य दिल्ली में ए.पी.जे. अब्दुल कलाम रोड पर विद्युत लेन में स्थित संघीय जांच एजेंसी के मुख्यालय पहुंचीं।

हाल में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाली गांधी ने मास्क पहन रखा था और उनके बेटे राहुल गांधी व बेटी प्रियंका गांधी भी उनके साथ थे।

प्रियंका गांधी को ‘प्रवर्तन भवन’ मुख्यालय में ठहरने की अनुमति दी गई है ताकि स्वास्थ्य समस्या खड़ी होने की स्थिति में वह अपनी मां के साथ रहें और उन्हें दवाएं दे सकें। उन्हें पूछताछ कक्ष से दूर रखा जाएगा।

सोनिया गांधी की पेशी से पहले दिल्ली पुलिस ने गांधी के जनपथ स्थित आवास और ईडी कार्यालय के बीच एक किलोमीटर के रास्ते पर भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया था। इलाके के आसपास यातायात पर भी प्रतिबंध था।

पार्टी ने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ एजेंसी की कार्रवाई की आलोचना की है और इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया है।

गांधी को इससे पहले आठ जून और 23 जून को ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते वह पेश नहीं हो पाई थीं।

एजेंसी धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत उनका बयान दर्ज करेगी। उनके बयान को ऑडियो-वीडियो माध्यम से रिकॉर्ड किया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार, एजेंसी उन्हें अपना बयान लिखने या कंप्यूटर पर ईडी के एक कर्मचारी को जवाब लिखवाने का विकल्प देगी, जो मामले के जांच अधिकारी के साथ मौजूद रहेगा।

यह जांच कांग्रेस से जुड़ी ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है। ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की मालिक है।

एजेंसी ने उनके बेटे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से पिछले महीने पांच दिन के दौरान 50 घंटे से अधिक समय तक इस मामले में पूछताछ की थी।

कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए गांधी से पूछताछ की जाएगी। पूछताछ वही सहायक निदेशक स्तर के जांच अधिकारी करेंगे, जिन्होंने राहुल गांधी से पूछताछ की थी।

सूत्रों ने कहा कि पूछताछ टीम में एक महिला अधिकारी भी होगी और उन सभी के पास कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने का प्रमाण पत्र होगा।

सोनिया, राहुल से पूछताछ की कार्रवाई पिछले साल के आखिर में ईडी द्वारा धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद शुरू की गई। इससे पहले, एक निचली अदालत ने 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था।

सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और बहुलांश शेयरधारकों में से हैं। अपने बेटे की तरह कांग्रेस अध्यक्ष की भी कंपनी में 38 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

स्वामी ने सोनिया, राहुल और अन्य पर धोखाधड़ी और धन का गबन करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था और कहा था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया, जो एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) पर कांग्रेस का बकाया था।

यह भी पढ़े: अब सोनिया गांधी के नए पड़ोसी होंगे रामनाथ कोविंद, मिला 12 जनपथ आवास

Related Articles

Stay Connected

7,268FansLike
10FollowersFollow

Latest Articles