तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार की शाम बिहार की राजधानी पटना में विधानसभा भवन के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बनाए गए 40 फीट ऊंचे शताब्दी स्मृति स्तंभ का लोकार्पण करेंगे।
बिहार विधनसभा भवन शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। यह स्तंभ विधानसभा भवन के एक सौ साल पूरे होने की निशानी है। प्रधानमंत्री पटना में करीब एक घंटा रहेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। बिहार विधानसभा परिसर में किसी भी प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है।
प्रधानमंत्री शताब्दी स्मृति स्तंभ का अनावरण करेंगे। उसके बाद शताब्दी स्मृति उद्यान का नामकरण के साथ उसमें कल्पतरु का पौधा भी लगाएंगे। उद्यान में सौ औषधीय पौधे पहले से लगाए गए हैं। प्रधानमंत्री विधानसभा संग्रहालय और अतिथिशाला की आधारशिला भी रखेंगे।
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री 12 जुलाई की शाम करीब 5.20 बजे पटना पहुंचेंगे और सीधे विधानसभा परिसर में आयोजित शताब्दी समापन समारोह में शिकरकत करेंगे। इस समारोह में करीब 1700 लोग भाग लेंगे, जिसमें वर्तमान विधानसभा सदस्य, पूर्व सदस्य, बिहार विधान परिषद के वर्तमान और पूर्व सदस्य केंद्रीय मंत्री भी होंगे।
करीब 40 फीट उंचे शताब्दी स्तंभ में धरातल के उपर 35 फीट तक का निर्माण पत्थरों से हुआ है जबकि 15 फीट कांस्य की प्रतिकृति है। कांस्य की प्रतिकृति बोधिवृक्ष का प्रतीक है, जिसमें 243 (विधानसभा में सदस्यों की संख्या) बड़ी पत्तियां हैं। स्तंभ में कुल आठ कोण हैं। इस स्तंभ में नौ शाखाएं हैं जो प्रमंडल की तथा 38 डालियां हैं जो जिलों की प्रतीक है।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में भी परिवर्तन किया गया है। पटना हवाई अड्डे से लेकर विधानसभा परिसर तक 70 दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। राजधानी वाटिका को भी मंगलवार को बंद कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि स्मृति स्तंभ की आधारशिला राष्ट्रपति कोविंद पिछले साल 21 अक्टूबर को विधानसभा के शताब्दी समारोह के उद्घाटन के मौके पर रखी थी।
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