तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के रोहतास जिले के डेहरी नगर थाना क्षेत्र से शातिर चोरों ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक , प्राचीन घड़ी को क्षतिग्रस्त कर उसके किसी धातु से बनी ब्लेड को चुरा ले गए। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, ब्रिटिश काल में 1871 में इसका निर्माण कराया गया था तब से ये संरक्षित था। दूर-दूर से लोग इस ऐतिहासिक धूप घड़ी को देखने आते थे।
डेहरी के थाना प्रभारी राजीव रंजन ने आईएएनएस को बुधवार को बताया कि जल संसाधन विभाग के नियत्रणाधीन इस घड़ी को मंगलवार को अज्ञात चोरों ने क्षतिग्रस्त कर उसके धातु से बने एक ब्लेड को चुरा ले गए।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। पुलिस चोरों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
बताया जाता है कि सोन नहर प्रणाली को विकसित करने के दौरान डेहरी में एक यांत्रिक कार्यशाला का संचालन किया था जिसमें काम करने वाले कामगारों के लिए धूप घड़ी बनाई गई थी।
यह धूप घड़ी प्रत्येक आधा घंटा के अंतराल पर सही समय दिखाती थी। सूरज की पहली किरण से लेकर सूर्यास्त के अंतिम किरण तक इस घड़ी का उपयोग किया जाता था। बाद में उचित रखरखाव के अभाव में इसका परिसर टूट गया था।