तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। कांग्रेस नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के विजय परेड के दौरान मची भगदड़ पर कहा कि यह किसी पर आरोप लगाने का समय नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “दोष मढ़ने का सवाल ही नहीं उठता। हम एक जिम्मेदार सरकार हैं। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सभी ने जिम्मेदारी ली है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, जिसे बेहतर योजना से संभाला जा सकता था।”
उन्होंने बताया कि सरकार ने इस मामले में अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की है और सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। खड़गे ने कहा, “लगभग 5,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, लेकिन सब कुछ बहुत जल्दी हुआ। ढाई से तीन लाख लोग सड़कों पर आ गए, जिसकी हमें उम्मीद नहीं थी। तैयारी के लिए समय की कमी भी एक बड़ा कारण रहा। जीत की घोषणा रात को हुई और 16 से 24 घंटे से भी कम समय में लोग पहुंच गए।”
प्रियांक खड़गे ने स्वीकार किया कि सरकार, केएससीए और प्रशंसकों सहित सभी इसको लेकर बेहतर सामंजस्य स्थापित कर सकते थे।
उन्होंने कहा, “हमने इस तरह के भीड़ की उम्मीद नहीं की थी। मुझे यकीन नहीं है कि टीम प्रबंधन, क्रिकेट संघ या बीसीसीआई ने गृह विभाग से उचित परामर्श किया था या नहीं। हमने जिम्मेदारी ली है और सभी इसको लेकर बेहतर कर सकते थे।”
खड़गे ने बताया कि उन्होंने गृह मंत्री से मुलाकात की और इस मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रेट आयोग गठित किया गया है। आयोग पुलिस, केएससीए और अन्य से पूछताछ करेगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि ऐसा क्यों हुआ। उन्होंने कहा, “हम जिम्मेदारी ले रहे हैं और सुधारात्मक कदम उठा रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
खड़गे ने विपक्ष, खासकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “भाजपा ने सोशल मीडिया पर विजय परेड और खुली बस यात्रा का सुझाव दिया था, लेकिन गृह मंत्री ने समय की कमी बताई। अब भाजपा ने अपना ट्वीट हटा लिया और सरकार पर हमला कर रही है। एक तरफ वे बड़े जश्न की बात करते हैं, दूसरी तरफ कहते हैं कि इसे बेहतर तरीके से संभाला जाना चाहिए था। हर चीज का राजनीतिकरण ठीक नहीं।”
उन्होंने कहा, “यूपी, बिहार और गुजरात में घटनाओं पर किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन हम एक जिम्मेदार सरकार हैं। हम दोष नहीं मढ़ रहे। हम सब मिलकर व्यवस्था को और बेहतर कर सकते थे।”
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