तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। महाराष्ट्र में सोलापुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की सांसद प्रणीति शिंदे ने नागपुर में हुई हिंसा को लेकर मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और सत्तापक्ष की “घिनौनी राजनीति” से दूर रहें।
कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने बात करते हुए कहा कि जब सरकार कुछ छिपाने की कोशिश करती है, तो वह लोगों में नफरत फैलाने या उकसाने के लिए कुछ न कुछ ऐसा करती है। यह आरएसएस का विशिष्ट तरीका है। जिस तरह से अंग्रेजों ने हमारे देश को विभाजित किया था, आरएसएस भी आज देश को विभाजित करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि औरंगजेब का मुद्दा महत्वहीन है। जब आप शिवाजी महाराज की तुलना इससे करते हैं, तो यह गलत है। किसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना शिवाजी महाराज से कर दी। उन्होंने कहा, “मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि मणिपुर जैसी घटना शिवाजी महाराज के राज्य में कभी नहीं हुई, कभी किसानों ने आत्महत्या नहीं की, कभी बलात्कार नहीं हुए। तो, ये कौन से शिवाजी महाराज हैं? तुलना करना शिवाजी महाराज का अपमान है, जो ये बार-बार कर रहे हैं।”
कांग्रेस सांसद ने राज्य के लोगों से अमन, शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, “इनकी घिनौनी राजनीति से दूर रहें और महाराष्ट्र को बर्बाद न होने दें।” उन्होंने आरोप लगाया कि जैसे राक्षस को खून की जरूरत होती है, वैसे भाजपा हमेशा सांप्रदायिक हिंसा भड़काकर लोगों में तनाव और देश को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा नेताओं के इन आरोपों पर कि हिंसा सुनियोजित साजिश थी, प्रणीति शिंदे ने तंज कसते हुए कहा कि जब से महायुति की नई सरकार चुनकर आई है, तब से साजिशें चल रही हैं। चुनाव के दौरान उनके भाषण सुनिए, चुनाव के दौरान ऐसे लोग आए थे जो सिर्फ भड़काऊ भाषण दे रहे थे। लेकिन लोगों ने उनकी सुनी नहीं और शांति बनाए रखी। ये फिर कोशिश कर रहे हैं। इनको सिर्फ बिगाड़ना है ताकि इनकी वास्तविक विफलताएं छिप जाएं और लोगों का ध्यान भटक जाए।