तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समाजवादी विजय रथ लेकर मंगलवार को जौनपुर पहुंचे। कहा कि हमारा प्रयास उत्तर प्रदेश में अधिकांश क्षेत्र दलों को साथ लेकर चुनाव मैदान में उतरने का है। हमको भरोसा है कि क्षेत्रीय दलों को साथ लाकर हम उत्तर प्रदेश की सत्ता में परिवर्तन करेंगे।
उन्होंने कहा, “हमारे इसी प्रयास में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर तथा बसपा से आने वाले रामअचल राजभर भी लगे हैं। भाजपा सरकार के कार्यकाल का पांच वर्ष पूरा हो गया है। अब तो जनता को भाजपा का घोषणा पत्र देखना चाहिए कि उन्होंने सारे वादे पूरे किए या नहीं। खेती और किसानी को बर्बाद करने का काम भाजपा सरकार में हुआ है। हम सभी को साथ लेकर सरकार बनाएंगे।”
सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि उनकी पार्टी जनता के साथ मिलकर भाजपा को प्रदेश और देश से हटा देगी। इसके साथ ही कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी 400 सीटें जीतेगी।
उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को मजबूरी में वापस लिया गया। सरकार ने किसानों का अपमान किया है। भाजपा सरकार ने किसानों की किसानी बर्बाद कर दी। किसानों को खाद नहीं मिल रही है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। महंगाई से आमदनी और कम हो गई हुई।
अखिलेश ने कहा कि अगर कमाई नहीं होगी तो बचत कैसे होगी। इस महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है। समाजवादी विजय रथ यात्रा में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, राम अचल राजभर के साथ संजय चौहान और कृष्णा पटेल भी शामिल हुए।
कहा कि आज भ्रष्टाचार और महंगाई बेलगाम है। हालात ऐसे हैं कि भाजपा के सांसद और विधायक गांवों में नहीं घुस पा रहे हैं। डबल इंजन की सरकार फेल साबित हुई है।
अपराधियों पर बुलडोजर चलाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अपराधियों की सूची जिला स्तर पर क्यों नहीं जारी करते। आरोप लगाया कि पुलिस हिरासत में लोगों की मौत हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने फिर से दावा किया कि यूपी में बदलाव होने जा रहा है। हम सभी को साथ लेकर सरकार बनाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि वाराणसी में सोमवार को प्रधानमंत्री ने मजदूरों के साथ बैठकर खाना खाया। इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भी कई बार बहुत जगह पर मजदूरों के साथ खाना खाया है, लेकिन सवाल यह नहीं है। सवाल यह है कि मजदूरों को ऐसा ही हमेशा पौष्टिक आहार मिलता रहे। सपा ने मजदूरों के पौष्टिक आहार के लिए जो योजना शुरू की थी उस योजना को क्यों बंद कर दिया गया।