तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि 2026 तक राज्य से बाल विवाह खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद मैंने राज्य से बाल विवाह की बुराई को खत्म करने का संकल्प लिया था। शुरुआत में हमने बाल विवाह में शामिल होने के आरोप में करीब 5,000 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद गिरफ्तारियों की संख्या घटकर 2,000 हो गई।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाल विवाह के खिलाफ हाल ही में पुलिस ने 400 लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा, ” गिरफ्तारियों की संख्या में धीरे-धीरे कमी से पता चलता है कि स्थिति में काफी सुधार हुआ है और हम उस दिन की ओर बढ़ रहे हैं जब असम से बाल विवाह पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने तर्क दिया कि सख्त कार्रवाई के साथ-साथ, संतुष्ट मोइना पहल जैसी लाभार्थी योजनाएं बालिकाओं को बेहतर भविष्य की ओर ले जा रही हैं।
राज्य सरकार की संतुष्ट मोइना पहल का लक्ष्य 1,500 करोड़ रुपये के खच के साथ 10 लाख छात्राओं को कवर करना है और पहले वर्ष में 1.6 लाख से अधिक लड़कियों को 240 करोड़ रुपये मिलेंगे।
सरमा ने कहा, “असम ने संतुष्ट मोइना को लॉन्च करके आज एक बड़ी पहल की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, स्नातक स्तर पर अध्ययन करने वाली छात्राओं को 1000 रुपये से अधिक की मासिक छात्रवृत्ति मिलेगी और स्नातकोत्तर करने वाली छात्राओं को शिक्षा व्यय वहन करने के लिए 2,500 रुपये प्रति माह मिलेंगे। इस तरह, हम चाहते हैं कि छात्राएं उच्च शिक्षा जारी रखने के लिए अपने माता-पिता पर निर्भर न रहें।”
मुख्यमंत्री ने तर्क दिया कि इस पहल के शुरू होने से असम में बाल विवाह के मामलों में कमी आएगी।
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