तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत की शुरुआत 5 नवंबर से हो चुकी है। नहाय-खाय से शुरू होने वाले इस छठ व्रत को लेकर बिहार में बाजार गुलजार हैं। छठ पर्व के दूसरे दिन यानी आज खरना है।
इस बीच बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया। बांका जिले में 48 घाट हैं। छठ घाट पर गोताखोर की भी व्यवस्था की जा रही है।
इस दौरान मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रशासन को अपनी ओर से जितनी तैयारी करनी चाहिए, वह कर रहा है। आज और कल के समय के लिए जो भी तैयारी की आवश्यकता है उसकी तैयारी की जा रही है। जहां पर सुरक्षा की जरूरत है वहां पर सुरक्षा के लिए तैयारी की जा रही है।
छठ करने वालों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं। छठ घाटों पर गोताखोर की व्यवस्था को लेकर भी हमने चर्चा की है। जहां पर जो जरूरत होगी, उसकी व्यवस्था की जाएगी। बैरिकेडिंग की व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में छठ घाट पर यह पंचायत को करनी होती है। शहर में तो एक प्रयास अलग तरीके से हो जाता है।
बता दें कि चार दिन तक चलने वाले छठ पर्व में दूसरे दिन खरना किया जाता है। इसका मतलब शुद्धिकरण होता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और छठी मैया का प्रसाद तैयार करती हैं। खरना में गुड़ की खीर बनाई जाती है। यह खीर मिट्टी के चूल्हे पर तैयार की जाती है। व्रती महिलाएं प्रसाद के रूप में सबसे पहले इस खीर को ही खाती हैं। उसके बाद इसे लोगों में बांटा जाता है। इस दिन सूर्य देव की विधिवत पूजा का भी विधान है।
यह भी पढ़े: बिहार : नहाय-खाय’ के साथ लोकआस्था का पर्व छठ प्रारंभ, व्रतियों ने गंगा में लगाई डुबकी