तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। नीतीश कुमार हमेशा सरकार बदलने को लेकर चर्चा में रहते हैं। उन्होंने दोहराया कि वह कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे और हमेशा एनडीए के साथ ही रहेंगे। इस बयान पर लोकसभा सांसद मीसा भारती ने रविवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भागलपुर में सांप्रदायिक तनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बयान पर भी राय रखी।
मीसा भारती ने कहा, “मैं कहना चाहती हूं कि एक बार गिरने से ही इंसान सीखता है। लेकिन वह दोबारा आए। जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को भी नहीं पता कि नीतीश कुमार क्या करेंगे और कब करेंगे। नीतीश कुमार जो भी करते हैं, वो सिर्फ नीतीश कुमार ही जानते हैं, उनके इर्द-गिर्द कोई नहीं जानता, चाहे वो संजय झा ही क्यों न हों।”
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर उन्होंने कहा, “हमें नहीं पता कि यह कौन सी यात्रा है लेकिन इस लोकतांत्रिक देश में यात्रा निकालने का अधिकार सभी को है। अगर यात्रा से कोई कारखाना खुलता है और रोजगार पैदा होता है तो मैं गिरिराज सिंह को सलाह देती हूं कि वे हमेशा यात्रा निकालें।”
यात्रा के ठीक एक दिन बाद भागलपुर में सांप्रदायिक लड़ाई पर उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है लेकिन यह कानून व्यवस्था का मामला है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार को इस पर गौर करना चाहिए।
उन्होंने जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर एक बार फिर नीतीश कुमार पर हमला बोला। पूछा कि सरकार क्या कर रही है? अब क्या करना है, अब दोनों जगह सरकार उनकी है और बिहार को क्या मिल रहा है? केंद्र से बोरियों में भरकर आना चाहिए लेकिन कुछ नहीं मिल रहा है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य के नागरिकों को अधिक बच्चे पैदा करने की सलाह दी है। उनके इस बयान पर आरजेडी सांसद मीसा भारती ने कहा कि अगर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऐसा बयान दिया है तो किस संदर्भ में दिया है। उस बयान को देखने की जरूरत है। वो क्या कहना चाहते थे। लेकिन किसे क्या खाना है। किसे कितने बच्चे पैदा करने हैं ये बताना देश के नेताओं का काम नहीं है। देश के नेताओं का काम देश का भला करना है। रोजगार के साधन पैदा करना है। कानून व्यवस्था को बेहतर बनाना है। इस तरह के बेतुके बयान देना देश के नेताओं को शोभा नहीं देता।