तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को झारखंड के पूर्व सीएम और भाजपा नेता चंपई सोरेन को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। चंपई सोरेन रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से जमशेदपुर में हॉस्पिटल में दाखिल कराए गए थे। डॉक्टरों के अनुसार, शुगर लेवल बढ़ने की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ी थी।
सोमवार को जांच रिपोर्ट नॉर्मल आने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। चंपई सोरेन ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि इलाज के बाद वह बेहतर महसूस कर रहे हैं।
उन्हें रविवार को साहिबगंज जिले के बरहेट में आयोजित आदिवासी ग्राम प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करना था। तबीयत बिगड़ने की वजह से वह सम्मेलन में नहीं पहुंच पाए, लेकिन उन्होंने हॉस्पिटल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मेलन को संबोधित किया। पीएम मोदी ने चंपई सोरेन से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान इस जज्बे के लिए उनकी सराहना की।
उन्होंने सोरेन को कहा कि आपके पास बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। चंपई सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री से बातचीत से उनका हौसला बढ़ा है। हॉस्पिटल से छुट्टी मिलते ही उन्होंने सोमवार को जामताड़ा जिले के नाला प्रखंड में आदिवासी ग्राम प्रमुखों के सम्मेलन में शामिल होने का निर्णय लिया।
सोरेन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आज आप सभी से नूतनडीह फुटबॉल मैदान (नाला प्रखंड, जामताड़ा) में मुलाकात होगी। आइये, आदिवासी अस्मिता एवं आत्मसम्मान के इस जन-आंदोलन का हिस्सा बनें। हूल जोहार।”
चंपई सोरेन ने कहा कि संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में है। माटी, रोटी, बेटी और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की लड़ाई को गति देने के प्रति हम कृतसंकल्प हैं।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चंपई सोरेन की तबीयत खराब होने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था, “मरांग बुरु से चंपई दा को जल्द स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं। साथ ही उनके दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।”
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