तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। छोटी-छोटी पार्टियों ने अपने संगठन को मजबूत करने के लिए बैठक बुलानी शुरू कर दी है।
इस कड़ी में जेडीयू ने शनिवार को राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। इस बैठक में जेडीयू के सभी विधायक हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई। बैठक में तय किया गया कि जेडीयू के संगठन को बिहार में मजबूत करना है।
बैठक में हिस्सा लेने के लिए जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार भी पहुंचे थे। उन्होंने जेडीयू की कार्यकारिणी बैठक के बारे में आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा, “बैठक में सिर्फ एक ही एजेंडे पर चर्चा हुई है कि साल 2025 में फिर से नीतीश कुमार की सरकार लानी है। बैठक के दौरान यह तय किया गया है। इसके साथ ही साथ जमीनी स्तर पर जेडीयू के संगठन को मजबूत करने का मंत्र दिया गया है।”
वहीं पिछले दिनों जेडीयू नेता अशोक चौधरी के द्वारा भूमिहारों पर दिए बयान पर भी जेडीयू नेताओं में आपसी मतभेद देखने को मिला। इस पर जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा, “उनके बयान से बिहार की जनता में नाराजगी है, नेता में नाराजगी नहीं है। अगर कोई भूमिहार समाज को लेकर टिप्पणी करें और कार्रवाई न हो तो यह दुखद है। बिहार के भूमिहार समाज इससे दुखी हैं और यह कोई तय नहीं कर सकता है कि भूमिहार समाज के लोग किस सड़क पर चलेंगे, किस पर नहीं। भूमिहार समाज पूरी मुस्तैदी के साथ एनडीए के साथ रहा है। इनका भी सम्मान किया जाना चाहिए।”
बता दें कि हाल ही में जहानाबाद में जेडीयू के क्षेत्रीय कार्यालय का उद्घाटन करने नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी पहुंचे थे। यहां उन्होंने संबोधित करते हुए भूमिहार समाज को निशाने पर लिया। अशोक चौधरी ने कहा कि मैं इस समाज के लोगों को अच्छी तरह से जानता हूं। जब लोकसभा चुनाव हुए तो यह लोग नीतीश कुमार का साथ छोड़ कर भाग निकले। चौधरी के इस बयान पर जेडीयू में नाराजगी है। हालांकि, जेडीयू ने उन्हें नसीहत भी दी है।