तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि संसद में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पारित नहीं होने देंगे। लोकसभा में जब इस बिल को पेश किया गया तब विपक्षी सांसदों ने इसका विरोध किया। जिसकी वजह से बिल को जेपीसी में भेजा गया।
हमारी पार्टी इस बिल का विरोध करती है। लेकिन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बिल का समर्थन करते हैं। दरअसल, शुक्रवार को तेजस्वी यादव से मुख़्तलिफ़ मुस्लिम तंजीमों के ओहदेदार “वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल” के सिलसिले में मिले और इस पर चर्चा हुई।
तेजस्वी यादव ने इस मुलाकात की कुछ फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से शेयर की। फोटो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, हमारी पार्टी और राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद शुरू से ही अक़लियत के हरेक मुद्दे पर संवेदनशील रहे हैं और किसी भी धार्मिक मामलों में सरकार के दखल-अंदाज़ी के ख़िलाफ़ हैं। इन संशोधनों से ना सिर्फ मुस्लिम बल्कि दीगर मज़हबों के मज़हबी, सक़ाफ़ती और जायदाद के हुक़ूक़ पर असर पड़ेगा और एक ग़लत नज़ीर क़ायम होगी। हमारी पार्टी मोदी-नीतीश एनडीए की इस ग़ैर संवैधानिक, ग़ैर जरूरी प्रस्तावित संशोधन बिल जो कि मुल्क के सेक्युलर ताने-बाने को तोड़ने और धार्मिक उन्माद फैलाने के मकसद से लाया गया है, उसका पुरज़ोर विरोध करती है। हमने आये हुए डेलीगेशन को तसल्ली दिलाया कि हम उनके साथ हैं और किसी कीमत पर इसको संसद से पारित नहीं होने देंगे और इस लड़ाई को सभी फोरम पर लड़ेंगे। अफ़सोस है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बिल के समर्थन में हैं।
बता दें कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल 2024 लोकसभा में पेश किया गया। इस दौरान इस बिल को लेकर विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे के बाद बिल पर अधिक चर्चा करने के लिए इसे जेपीसी में भेज दिया गया है। हालांकि, इस बिल को लेकर कई मुस्लिम संगठन लगातार विरोध जता रहे हैं।