तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। जेडीयू नेता व बिहार सरकार में मंत्री जमा खान ने पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर से रेप और फिर हत्या के मामले पर कहा कि इस घिनौने कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
जेडीयू नेता ने कहा, “आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अपराधियों की कोई जाति नहीं होती है, अपराधी तो अपराधी होता है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
इससे पहले, जेडीयू नेता नीरज कुमार सिंह बबलू ने महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म मामले पर रोष व्यक्त कर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की थी। उन्होंने कहा वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है, जिसे ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति शासन की जरूरत है।
इस घटना के विरोध में देशभर में डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली एम्स में इस प्रदर्शन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मंगलवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की द्वितीय वर्ष की पीजी छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न का स्वत: संज्ञान लिया और दो सप्ताह के भीतर इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी।
इससे पहले बलात्कार और हत्या की शिकार ट्रेनी डॉक्टर के परिवार के सदस्यों ने मंगलवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में एक याचिका लगा कर मांग की कि मामले की अदालत की निगरानी में जांच की जाय। पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने याचिका में मामले की जांच की प्रगति पर संदेह जताया है और यह भी दावा किया कि कई संदिग्धों को जांच के दायरे से बाहर रखा गया है।
बता दें कि मृतक मेडिकल छात्रा सेकेंड ईयर की छात्रा था, जो बीते गुरुवार को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद अपने दोस्तों के साथ डिनर करने चली गई। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। इस बारे में जैसे ही मेडिसिन विभाग में जानकारी पहुंची, तो लोगों के बीच हड़कंप मच गया। चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल में अर्धनग्न अवस्था में उसका शव मिला। घटनास्थल से मृतक छात्रा का मोबाइल फोन और लैपटॉप भी बरामद हआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक छात्रा के मुंह, हाथ, पैर और गुप्तांग में चोट के निशान मिले हैं।