तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को सैकड़ों छात्र ‘एक अभ्यर्थी-एक परिणाम’ की मांग को लेकर बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसके बाद पुलिस ने लाठियां भांजी।
दरअसल, बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी ‘वन कैंडिडेट-वन रिजल्ट’ और रिजल्ट से पहले काउंसलिंग की भी मांग कर रहे हैं। इसको लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी पटना के बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। पुलिस ने इन अभ्यर्थियों को हटाने की कोशिश की, लेकिन ये पुलिस की सुनने को तैयार नहीं थे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। प्रदर्शनकारी यहां से हट गए, लेकिन दोबारा फिर आ गए। उनको हटाने के लिए पुलिस को फिर से दोबारा लाठी भांजनी पड़ी।
प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि बीपीएससी द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में वन कैंडिडेट वन रिजल्ट लागू किया जाए और रिजल्ट से पहले काउंसलिंग करवाई जाए। ऐसा नहीं करवाने से कई रिक्त पद रिक्त ही रह जा रहे हैं।
छात्रों का कहना है कि एक अभ्यर्थी का रिजल्ट प्राथमिक, 9वीं से 10वीं, 11वीं और 12वीं में से किसी एक में ही दिया जाए। छात्र कहते हैं कि परिणाम जारी होने के बाद ये अभ्यर्थी का फैसला होता है कि वह किस में जाना चाहता है। ऐसे में दो रिजल्ट देने पर एक जगह की सीट खाली रह जाती है। इसके बाद काउंसलिंग के बाद भी कई सीटें खाली रह जा रही हैं।
शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण का रिजल्ट इसी महीने निकलने की संभावना है।
प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने यह भी मांग की कि रिजल्ट से पहले अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई जाए क्योंकि रिजल्ट के बाद काउंसलिंग होने से हजारों सीटें खाली रह जाती हैं।
बता दें कि बीपीएससी द्वारा तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में 87,774 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई है।