तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बहुचर्चित आईएएस अधिकारी केके पाठक का एक बार फिर ट्रांसफर कर दिया गया है. शिक्षा विभाग में विवाद के केंद्र बने पाठक का सरकार ने भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग में ट्रांसफर कर दिया था. लेकिन पाठक ने वहां पदभार नहीं संभाला. नाराज राज्य सरकार ने उन्हें विभागों के कामकाज से हटाकर ऐसी जगह भेजा है, जिसे कोल्ड स्टोरेज कहा जाता है.
बता दें कि केके पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद पर तैनात थे. मई महीने में भीषण गर्मी में स्कूल खोलने की जिद पर अड़े केके पाठक से सरकार की फाइनल लड़ाई हुई थी. इसके बाद केके पाठक 29 जून तक लंबी छुट्टी पर चले गये थे. इसके बाद राज्य सरकार ने उनका ट्रांसफर शिक्षा विभाग से भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव पद पर कर दिया था. लेकिन केके पाठक ने 29 जून के बाद भी भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग में योगदान नहीं दिया.
सरकार ने भूमि सुधार विभाग से हटाया
राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से बुधवार को अधिसूचना जारी की गयी है. इसमें केके पाठक को भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग से हटा दिया गया है. केके पाठक को राजस्व पर्षद का अध्यक्ष बना दिया गया है. राजस्व पर्षद को कोल्ड स्टोरेज कहा जाता है, जहां सरकार वैसे अधिकारियों को बिठाती है जिनसे कोई काम कराना नहीं होता. वैसे केके पाठक के पास बिहार सरकार के अधिकारियों को ट्रेनिंग देने वाले संस्थान बिपार्ड के महानिदेशक का भी पद बना रहेगा.
दीपक कुमार सिंह को प्रभार
केके पाठक की गैरहाजिरी में भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेवारी संभाल रहे दीपक कुमार सिंह के पास ही इस विभाग का कार्यभार रहेगा.दीपक कुमार सिंह ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं, उनके पास भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग की भी जिम्मेवारी होगी. इसके अलावा राज्य सरकार ने पूर्णिया के बंदोबस्त पदाधिकारी कमलेश कुमार सिंह को राज्य का भू-अर्जन निदेशक बनाया है।