तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में लोकसभा की 40 सीटों के लिए अलग-अलग एग्जिट पोल एनडीए की बड़ी बढ़त के अनुमान की पुष्टि कर रहे हैं, लेकिन एनडीए के प्रदेश की सभी 40 सीटों पर जीत के दावे पर मुहर लगाते नहीं दिख रहे। सात चरणों मे चली लंबी चुनावी प्रक्रिया के बाद कई एजेंसियों द्वारा जारी एग्जिट पोल में एनडीए को बड़ी बढ़त दिखाई गई है।
रिपब्लिक भारत- मैट्रिज के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में एनडीए को 32 से 37 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि इंडिया गठबंधन के खाते में 2 से 7 सीटें आ सकती हैं।
एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में एनडीए को 29-33 सीटें मिल सकती हैं जबकि इंडिया गठबंधन के खाते में 7-10 सीटें आ सकती हैं। इसमें भाजपा को 13-15, जदयू को 9-11, कांग्रेस को एक से दो सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। लोजपा (रामविलास) के खाते में पांच सीटें मिलने की बात कही गयी है।
जन की बात के सर्वे में एनडीए को 32 से 37 सीटें मिलने का अनुमान है। एजेंसी ने तीन से आठ सीटें इंडिया गठबंधन को दी हैं। ऐसे में सभी एग्जिट पोल ने एनडीए की 40 सीटों पर जीत के दावे को नकारा है।
एग्जिट पोल एक अनुमान है। परिणाम का पता चार जून को मतगणना के बाद ही चल सकेगा। एनडीए चुनाव में 40 सीटों पर जीत के लक्ष्य के साथ चुनाव मैदान में उतरी थी। सभी चरण के मतदान संपन्न होने के बाद भी एनडीए के नेता 40 सीट पर जीत का दावा कर रहे हैं।
इस चुनाव में बिहार में एनडीए में भाजपा, जदयू, लोजपा (रा), जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है।
बिहार की 40 लोकसभा में भाजपा 17, जदयू 16, लोजपा (रा) 5 तथा जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक सीटें दी गई थी।
दूसरी ओर महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) में राजद 26, कांग्रेस नौ और वामपंथी दलों ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा।
राजद ने अपने कोटे से तीन सीटें मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी को दे दी थी। मुकेश सहनी की पार्टी ने गोपालगंज, झंझारपुर और मोतिहारी में अपने उम्मीदवार उतारे।
उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव यानी 2019 में एनडीए ने 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस को एक सीट मिली थी। राजद का खाता भी नहीं खुला था।