तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। लोकसभा चुनाव के बीच बिहार के छपरा में हुए गोलीकांड ने सूबे में राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। अब इसे लेकर राजनेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल दो और लोगों को शाम तक पकड़ लिया जाएगा। हार की बौखलाहट में कुछ लोग ऐसा करते हैं। हम जब पहली बार चुनाव लड़ रहे थे तो मुझे भी बीजेपी के लोग हूट कर रहे थे।
इस बार बीजेपी साफ है।“ वीआईपी के मुकेश सहनी ने कहा, “मैं सभी पार्टियों के कार्यकर्ताओं से निवेदन करता हूं कि चुनाव के दौरान ऐसी घटनाओं को अंजाम न दें। सरकार लॉ एंड ऑर्डर को देखे।“ जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “इतिहास गवाह है कि लालू यादव का परिवार जब जब चुनाव लड़ा है, सामाजिक उपद्रव होता रहा है।“ यहां की राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने कहा, “हमारे ऊपर जानलेवा हमला हुआ।
बीजेपी के गुंडों ने किया है और हमारे तीन कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है। इन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।“ आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। ये शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वो स्थिति को नियंत्रण में करे और चिह्नित करे कि कौन से लोग लोकतंत्र का गला घोंटना चाहते हैं। पुलिस प्रशासन क्या कर रहा है? जिनकी मृत्यु हुई है, उनके परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।“ छपरा हिंसा पर जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा, “इस घटना पर अधिकारियों से बात हुई है।
जांच चल रही है। जो दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हार से बौखलाहट से रोहिणी बूथ पर गई थी। इसके बाद लोग उग्र हुए। इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि रोहिणी की हार सुनिश्चित है।“ बता दें कि छपरा के भिखारी चौक पर हुए गोलीकांड के बाद एहतियात बरतते हुए प्रशासन ने जहां दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी है, वहीं चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों को तैनात कर दिया है।
पुलिस की हर गतिविधि पर पैनी नजर है। पुलिस ने इस मामले में बीजेपी नेता रमाकांत सिंह सोलंकी को हिरासत में लिया है। भिखारी चौक पर मंगलवार सुबह दो गुटों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें एक की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए।