तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ स्वर्गीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर पंडित जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। पत्रकारों के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पहले साथ थे लेकिन आज इस कार्यक्रम में नहीं आए तो वे जानें। उन्होंने कहा कि उपाध्याय की जयंती को लेकर जो चीज पहले से सरकार की ओर से तय की हुई है, उसमें सबलोग आते हैं। हम तो सबकी इज्जत करते हैं, सबका सम्मान करते हैं। हम सबलोगों के लिए काम कर रहे हैं। आगे भी हमलोग विकास का काम यूं ही करते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि दीनदयाल उपाध्याय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में थे। राजद शुरू से आरएसएस का विरोध करती रही है। नीतीश के साथ तेजस्वी के इस कार्यक्रम में आने के बाद बिहार की राजनीति में तरह – तरह की चर्चा हो रही है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा से जब नीतीश कुमार द्वारा जयंती समारोह में शामिल होने के संबंध में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आभास हो रहा है। भाजपा में हर भारतीय का स्वागत है। भाजपा राष्ट्रवाद के पद पर चलती है। अंत्योदय के महामंत्र को लेकर चलता है, इसको जो स्वीकार करेगा निश्चित तौर पर भारतीय जनता पार्टी उसके प्रति सकारात्मक भाव रखेगी।
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