Wednesday, January 22, 2025

नीतीश ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए, 72 लोगों की सुनी समस्याएं

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 72 लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में सुपौल जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी जमीन को फर्जी कागज के आधार पर दूसरे व्यक्ति ने बेच दी है।

सुपौल जिले से ही आई एक अन्य महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन को कब्जा कर लिया गया है और दबंगों द्वारा मारपीट की जा रही है।मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जमाबंदी से मेरा नाम हटाकर किसी और का चढ़ा दिया गया है। इसकी शिकायत संबंधित विभाग को करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

भागलपुर जिले से ही आए एक अन्य बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि 22 डिसीमल जमीन का मेरे पक्ष में फैसला आने के बाद भी कब्जा नहीं दिलाया जा रहा है। इस संदर्भ में हमने संबंधित अधिकारियों से गुहार लगायी। लेकिन, किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मधेपुरा जिले से आये एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से अंचलाधिकारी द्वारा अनियमितता किए जाने से अपनी निजी जमीन का कब्जा नहीं मिलने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को जांचकर कार्रवाई का निर्देश दिया। सीतामढ़ी जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं की जा रही है। शिकायत किए जाने के बाद भी संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

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