तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 25,404 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,32,89,579 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,62,207 रह गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 339 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,43,213 हो गई। उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,62,207 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.09 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 12,062 मामलों की कमी आई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.58 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 54,44,44,967 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 14,30,891 नमूनों की जांच सोमवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 1.78 प्रतिशत है, जो पिछले 15 दिन से तीन प्रतिशत से कम बनी है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.07 प्रतिशत है, जो पिछले 81 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,24,84,159 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 75.22 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
आंकडों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 339 लोगों की मौत हुई, उनमें से हरियाणा के 121, केरल के 99 और महाराष्ट्र के 27 लोग थे। हरियाणा की स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक वीणा सिंह ने बताया कि आंकडों के पुन:मिलन के बाद सोमवार को संक्रमण से मौत के 121 मामले सामने आए।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक 4,43,213 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,38,169, कर्नाटक के 37,517, तमिलनाडु के 35,190, दिल्ली के 25,083, उत्तर पद्रेश के 22,883, केरल के 22,650 और पश्चिम बंगाल के 18,587 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।